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फेसबुक पर गर्लफ्रेंड मिली

फेसबुक पर गर्लफ्रेंड मिली - जैसे ही सुबह उठते ही नेट चालू किया तो फेसबुक के नोटिफिकेशन में किसी नैना के नाम की फ्रेंड रिक्वेस्ट आने की खबर मिली.....

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Yogesh Sharma

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facebook par girlfriend mili
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फेसबुक पर गर्लफ्रेंड मिली

कहानी लेखक : योगेश चंद्र शर्मा

लीगल राइट्स – यह कहानी पूर्ण रूप से कल्पना पर आधारित हे एवं लेखक द्वारा इसे स्वयं लिखा गया हे। इस कहानी को बिना लेखक की लिखित अनुमति के किसी भी रूप में कही भी प्रदर्शित करने का अधिकार किसी को भी व्यक्ती को नहीं हे यदि कोई ऐसा करता पाया गया तो लेखक उस व्यक्ति पर क़ानूनी कार्यवाही हेतु स्वतंत्र हे एवं इससे होने वाले समस्त हर्जे खर्चे का जिम्मेदार वो व्यक्ति स्वयं होगा।
वैसे तो मेरी ज़िंदगी इतनी अच्छी नहीं की जो सोच लू वो सच हो जाए पर कभी कभी बिन मांगे भी उम्मीद से ज्यादा ही मिल जाता हे। इस बार हुआ भी कुछ ऐसा ही, मुझे उम्मीद नहीं थी की मेरे पास कभी किसी लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट भी आ सकती थी पर जब उम्मीद से दुगुना मिले तो ज़िंदगी के हिसाब किताब की आखिर पड़ी भी किसको हे।

जैसे ही सुबह उठते ही नेट चालू किया तो फेसबुक के नोटिफिकेशन में किसी नैना के नाम की फ्रेंड रिक्वेस्ट आने की खबर मिली। मन तो खुश था ही पर मन के एक कौन में एक डर यह भी था की नैना ठग लेंगे। फिर सोचा जब ठग लेंगे तब देख लेंगे फ़िलहाल बात कर के पुछु तो सही चाहिए क्या इसको।
जैसे ही मेने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट की उधर से उसी वक़्त जवाब आ गया। हेलो ….

ऐसा लग रहा था जैसे नैना को भी किसी नेनो की ही तलाश थी वैसे भी इतनी जोरदार किस्मत का योग लगता हे मेरी ज़िंदगी में कभी कभी ही बनता हे इसी बहाने एक पल के लिए मुझे वो गाना भी याद आ गया,
मिलती हे ज़िंदगी में मोहब्बत कभी कभी …और में जोर से चिल्ला बैठा मुझे तो मिल गयी।

जैसे ही मेरे चिल्लाने की आवाज़ मेरी मम्मी ने सुनी वो यकायक ही पूछ बैठी कौन मिल गयी ?

उम्मीद तो नहीं थी की मम्मी का ध्यान मेरी बातो पर इस तरह से आजायेगा पर माँ तो माँ होती हे। खेर आप लोग ज्यादा भावुक हो लिए हो तो आगे आने वाली मेरी दुःख भरी दास्ताँ पर भी थोड़ी नज़रें गड़ा लो।

हा तो हुआ यु की मम्मी ने जब पूछा कौन मिल गयी… तो अचानक से मै सकपका गया और मुझे कुछ नहीं सुजा तो मेने जल्दी जल्दी में अपनी बात को इधर उधर घुमाने के लिए बोल दिया की एप्प मिल गयी मम्मी। बहुत दिनों से तलाश थी मुझे इस एप्प की आज मिली तो ख़ुशी हो रही मुझे।
एप्प की कोई कमी थोड़ी न हे बेटा कल तो यह बात तू ही न्यूज़ में जब एप्प्स वाली खबर आरही थी तब चैनल हटाते हुए कह रहा था।
हा पर खास एप्प की बहुत कमी हे न माँ।
अच्छा और ये खास एप्प क्या काम आती हे ये भी बता दे?

इधर मेरी बात मम्मी से हो रही थी उधर नैना के मैसेज पर मैसेज आने लगे।
बड़ा धर्म संकट था मेरे लिए एक तरफ मेरी बाते मम्मी के साथ ख़तम होने का नाम नहीं ले रही थी तो दूसरी तरफ नैना के नाम के नोटिफिकेशन मानो मुझे ही बुला रहे थे।
बताएगा भी ? क्या काम आती हे ये एप्प ?
एक तो वैसे ही कुछ सूझ-समझ नहीं आ रहा था और फिर इस प्रश्न का तो जवाब भी नहीं मिल रहा, समझ ही नहीं आ रहा क्या बोलू यकायक मेँ अपने बचाव मेँ बोल उठा नेट फ़ास्ट चलाने वाली एप्प।
ऐसी भी कोई एप्प होती हे क्या ? माँ ने पूछा
हा होती हे …इससे नेट तेज़ चलने लगता हे। मै अपनी बातो के सर पाव बनाने की कोशिश मै लग गया।
ठीक हे तो फिर मेरे फ़ोन मै भी डाउनलोड कर देना इस एप्प को वैसे भी आजकल मोबाइल कम्पनी वाले मोबाइल रिचार्ज के नाम पर भर भर के पैसे ले लेते हे और नेट स्पीड के नाम पर ठगने मै ही लगे ढहते हे। मेरे तो फ़ोन मै नेट भी ठीक से नहीं चलता।
आपके फ़ोन मै काम नहीं करेगी ये एप्प
क्यों ? माँ ने पूछा
इसका कॉन्फिग्रेशन आपके फ़ोन मै सपोर्ट नहीं करेगा।
अच्छा (माँ ने निराश होते हुए कहा)
हा कोई बात नहीं परेशान मत होइए मै आपके फ़ोन मै सेटिंग्स देख लूंगा। नेट स्पीड से रिलेटेड जो भी सेटिंग होती हे वो कर दूंगा तो आपके फ़ोन मै नेट प्रॉब्लम सॉल्व हो जाएगी।
ठीक हे देख लेना भूलना मत। माँ ने कहा
हा अभी मै जो एप्प डाउनलोड की हे उसकी सेटिंग देख लेता हु।
ठीक हे।
जैसे तैसे मेने अपनी बातो को गुमाफिरा कर ख़तम किया और फटाक से फिर से मोबाइल मै नैना के मैसेज के नोटिफिकेशन पर क्लिक कर के उसके भेजे हुए मैसेज को देखने लगा।
मैसेज देखते ही मेरा दिल पूरी तरह से अब तक टूट चूका था। न चाहते हुए भी मेरे मुँह से दिल के अरमा आंसुओ मै बह गए वाला गाना निकल ही पड़ा।
माँ ने फिर पूछा …इतना दुखी गाना क्यों गा रहा हे ?
फेक एप्प हे माँ।।। नेट स्पीड तेज़ करना तो दूर जो स्पीड मिल रही थी उससे भी हाथ धो बैठा।

मेरी यह बात सुन उधर माँ की नसीयते चालू हो चुकी थी इधर मै नैना के मैसेज पढ़ रहा था जिसमे लिखा था।
"प्लीज ज्वाइन माय टेलीग्राम ग्रुप इट्स लिंक गिवन बिलो एंड प्लीज डु नॉट फॉरगेट टू सब्सक्राइब माय यूट्यूब चैनल।"
इधर जले पर नमक छिड़कने का आखरी बचा काम मेरे पडोसी ने सुबह सुबह तेज़ आवाज़ मै दुःख भरे गाने चला कर ही दिया था। नेनो की मत सुनियो रे…नैना ठग लेंगे। और इसी आवाज़ के साथ मै अपने ही ख्यालो मै अब खो चला था।